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Jaisalmer Fort |
जैसलमेर फोर्ट राजस्थान राज्य के जैसलमेर शहर में स्थित है। यह किला दुनिया के सबसे पुराने जीवित किलों में से एक है, क्योंकि लोगों की एक बहुत बड़ी आबादी अभी भी इस किले में रहती है। जैसलमेर फोर्ट दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान में बना किला है। जैसलमेर फोर्ट सदियों से अपनी परम्परा, कला और संस्कृति को संजोता आ रहा है।
जैसलमेर फोर्ट आज देश और विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। प्रति वर्ष लाखों पर्यटक इस किले की स्थापत्य शैली, पीले पत्थरों पर उकेरी गई शिल्प कला और हस्तशिल्प कला को देखने आते हैं।
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Jaisalmer Fort |
जैसलमेर फोर्ट स्थापत्यकला की दृष्टि से उच्चकोटि की विशुद्ध स्थानीय दुर्ग संरचना है। पीले पत्थरों से बने होने के कारण इस किले को सोनार दुर्ग भी कहा जाता है। यह किला 250 फिट ऊंची पहाड़ी पर बना है। इस पहाड़ी की लंबाई 150 फिट और चौड़ाई 750 फिट है।
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1. जैसलमेर फोर्ट का इतिहास: History of Jaisalmer Fort
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Jaisalmer Fort |
जैसलमेर फोर्ट का इतिहास 860 साल पुराना है। यह किला राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला है। इस किले का निर्माण 1156 ई. में भाटी राजपूत रावल जैसल द्वारा किया गया था। जिनके नाम पर इसका नाम पड़ा। किले की विशाल पीले बलुआ पत्थर की दीवारें सूरज की किरणें पड़ने पर गहरे भूरे रंग की दिखाई देती हैं। सूरज ढ़लते हि शहद-सुनहरे रंग की दिखाई देती हैं।
इस कारण इसे स्वर्ण दुर्ग, सुनार किला या स्वर्ण किला कहा जाता है। यह किला विशाल रेगिस्तान के बीच त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है। 2013 में जैसलमेर किले को राजस्थान के हिल किलों के समूह के तहत यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
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Jaisalmer Fort |
1299 ई. के आस पासपास, रावल जैत सिंह प्रथम को दिल्ली सल्तनत के अलाउद्दीन खिलजी द्वारा लंबी घेरा बंदी का सामना करना पड़ा। जिसके फलस्वरूप रावल जैत सिंह को हार का सामना करना पड़ा। घेरा बंदी के कुछ वर्षों बाद तक किला दिल्ली सल्तनत के अधीन रहा। अंततः कुछ जीवित भाटियों द्वारा किले पर फिर से कबज़ा कर लिया गया।
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1530 - 1551 ई. रावल लूनकरण के शासनकाल के दौरान किले पर एक अफ़गानी प्रमुख अमीर अली द्वारा हमला किया गया था। जिसमें अमीर अली की पराजय हुई। 1541 ई. में रावल लूनकरण ने मुग़ल शासक हुमायूँ से भी युध्द किया। फिर रावल लूनकरण ने अपनी बेटी की शादी अकबर से करने की पेशकश की। 1762 तक किले पर मुग़लों का नियंत्रण था। इसके बाद महारावल मूलराज ने अपना अधिकार स्थापित कर लिया।
1818 में मूलराज और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच संधि हुई, जिसमें महारावल मूलराज को किले पर अधिकार बनाए रखने की अनुमति दी गई। प्रारम्भ में शहर की पूरी आबादी किले के भीतर रहा करती थी, और आज भी 4000 लोग किले के भीतर रहा करते हैं।
2. जैसलमेर फोर्ट की वास्तुकला Architecture of Jaisalmer Fort
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Jaisalmer Fort |
जैसलमेर फोर्ट इस्लामिक और राजपुताना शैली की वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। जैसलमेर फोर्ट 1500 फिट लंबी और 750 फिट चौड़ी पहाड़ी पर बना है। इसकी ऊंचाई 250 फिट है। किले के आधार से लगी एक 15 फिट ऊंची दीवार है, जो किले की सबसे बहरी दीवार बनाती है। किले के ऊपरी भाग पर 4 किलोमीटर लम्बाई पर रक्षात्मक बुर्ज बनाए गए हैं। किले में 99 गढ़ हैं, जिसमें 92 गढ़ का पुनर्निर्माण 1633 - 47 के बीच किया गया था।
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Jaisalmer Fort |
किले में प्रवेश के लिए चार विशाल द्वार हवा पोल, रंग पोल, गणेश पोल और जवाहर पोल हैं, जो विशिष्ट और उत्कृष्ट रूप से तैयार किए गए हैं। जिनसे पर्यटकों को होकर गुज़रना पड़ता है। जो गढ़ के मुख्य रास्ते के साथ स्थित हैं।
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Jaisalmer Fort Gate |
जैसलमेर में अनेक जैन मंदिर और हिन्दू देवताओं के मंदिर भी हैं, जो अपनी सुन्दरता के लिए जाने जाते हैं।जैसलमेर किले में अनेक पीले बलुआ पत्थर से बनी हवेलियाँ हैं।
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Jain Temple Jaisalmer |
यह वह बड़े घर हैं, जो शहरों और कस्बों में धनी व्यपारियों द्वारा बनाए जाते थे। जिनमें बलुआ पत्थर की नक्काशी होती है। कुछ हवेलियाँ सैकड़ों वर्ष पुरानी हैं।
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Balkani Jaisalmer Fort |
इनमें से कुछ हवेलियाँ बहुमंजिला और अनेक कमरे हैं। जिनमें सजी हुई खिड़कियां, तोरणदार दरवाजे और खूबसूरत बालकनियां हैं। कुछ हवेलियों में आज भी वह परिवार रहते हैं, जिन्होंने उनहे बनाया था।
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Balkani Jaisalmer Fort |
जैसलमेर फोर्ट में श्री नाथ महल और नथमल हवेली बहुत ही खूबसूरत स्मारक हैं। जो जैसलमेर फोर्ट की सुन्दरता में चार चांद लगा देते हैं। जैसलमेर फोर्ट का मुख्य आकर्षण महारावल पैलेस है, जो अपने संगमरमर के खूबसूरत सिहासन के लिए जाना जाता है। इसके पास ही एक ताज़िया टावर स्थित है, जो कि पांच मंज़िला है। इसमें एक और प्रमुख स्थल जवाहर पैलेस है। जवाहर पैलेस को प्राचीन काल में शाही निवास के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
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3. जैसलमेर फोर्ट के आसपास घूमने की और जगह: More Places to Visit Around Jaisalmer Fort
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Bada Bag Jaisalmer |
अगर आप जैसलमेर फोर्ट घूमने का प्लान बना रहे हैं तो, जैसलमेर में जैसलमेर फोर्ट के अलावा और भी पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें आप जैसलमेर की यात्रा में अपनी सूची में शामिल कर सकते हैं।
- जैसलमेर वार म्यूजियम
- नथमल की हवेली जैसलमेर
- लक्ष्मी नाथ मंदिर जैसलमेर
- बड़ा बाग जैसलमेर
- जैन मंदिर जैसलमेर
- पटवों की हवेली
- डेज़र्ट नेशनल पार्क जैसलमेर
- अमर सागर झील
- कुलधरा गाँव जैसलमेर
- सलीम सिंह की हवेली
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4. जैसलमेर का मौसम : Jaisalmer Weather
जैसलमेर का Current मौसम जानने के लिए नीचे क्लिक करें:
Current weather in Jaisalmer, Rajasthan
5. जैसलमेर का तापमान: Jaisalmer Temperature
जैसलमेर में गर्मियां तापयुक्त, आद्र और हवादार होती हैं। सर्दियाँ छोटी और शीत होती हैं। मौसम पूरे वर्ष शुष्क और साफ रहता है। वर्षा के दौरान ज़्यादातर तापमान 9°C से 42°C तक घटता बढ़ता रहता है। विरले ही 5° से कम और 42° से अधिक होता है।
6. जैसलमेर घूमने का सही समय: Best Time to Visit Jaisalmer
हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जैसलमेर रेगिस्तान में होने के कारण गर्मियों के दिनों में यहाँ का तापमान अधिक हो जाता है। जिस कारण इन दिनों घूमना मुश्किल हो जाता है। जैसलमेर घूमने का सही समय नवंबर से जनवरी तक होता है। इस समय मौसम सुहाना होता है, और सर्दियों में घूमने का आनंद लिया जा सकता है।
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7. जैसलमेर फोर्ट घूमने का समय: Jaisalmer Fort Timing
जैसलमेर फोर्ट पर्यटकों के घूमने के लिए सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।
8. जैसलमेर फोर्ट घूमने का प्रवेश शुल्क: Entry Fee to Visit Jaisalmer Fort
भारतीय पर्यटकों के लिए: 30 रुपये प्रति व्यक्ति
विदेशी पर्यटकों के लिए: 70 रुपये प्रति व्यक्ति
अगर आप कैमरा ले जाना चाहते हैं तो 50 रुपये और वीडियो कैमरा ले जाना चाहते हैं तो 150 रुपये और टिकट लेना होगा।
9. जैसलमेर फोर्ट कैसे पहुंचे: How To Reach Jaisalmer Fort
आप अगर जैसलमेर फोर्ट घूमने का पल्आन बना रहे हैं तो, आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग,तीनों साधनों से जैसलमेर फोर्ट पहुँच सकते हैं।
9.1 सड़क मार्ग से जैसलमेर फोर्ट कैसे पहुंचे : How to Reach Jaisalmer by Road
अगर आप सड़क मार्ग से जैसलमेर फोर्ट जाना चाहते हैं तो, बता दें कि जैसलमेर फोर्ट राजस्थान के सभी बड़े शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप बस, टेक्सी से जैसलमेर फोर्ट पहुँच सकते हैं।
9.2 रेल मार्ग से जैसलमेर फोर्ट कैसे पहुंचे: How to Reach Jaisalmer by Train
अगर आप रेल मार्ग से जैसलमेर फोर्ट जाना चाहते हैं तो, जैसलमेर में रेलवे स्टेशन स्थित है, जो प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। आप ट्रेन से जैसलमेर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप टेक्सी या कैब से जैसलमेर फोर्ट पहुंच सकते हैं।
9.3 हवाई मार्ग से जैसलमेर फोर्ट कैसे पहुंचे: How to Reach Jaisalmer by Airplane
अगर आप फ्लाइट से जैसलमेर फोर्ट पहुंचना चाहते हैं तो, हम आपकी जानकारी के लिए बता दें जैसलमेर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर है। यह भारत के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। जैसलमेर फोर्ट पहुंचने के लिए जोधपुर हवाई अड्डा पहुंचना होगा। वहाँ से टैक्सी या कैब से 4 से 5 घंटे की यात्रा कर जैसलमेर फोर्ट पहुंचा जा सकता है।
10. जोधपुर से जैसलमेर की दूरी: Jodhpur to Jaisalmer Distance
जोधपुर से जैसलमेर की दूरी 282 किलोमीटर है। NH125 और NH11 से जोधपुर से जैसलमेर 4 घंटे में पहुंचा जा सकता है।
11. जयपुर से जैसलमेर की दूरी: Jaipur to Jaisalmer Distance
पिंक सिटी जयपुर से गोल्डन सिटी जैसलमेर तक का रोड ट्रिप बहुत ही एक्साइटिंग होता है। जिसमें आपको बहुत सारे खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलेंगे। जयपुर से जैसलमेर की दूरी 558 किलोमीटर है।
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