अलवर में घूमने की जगह और इतिहास |Alwar Me Ghoomne Ki Jagah Or Itihaas
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Alwar Fort |
राजस्थान के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में से
एक अलवर बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है| इसका इतिहास 1500 ईसा पूर्व का माना जाता
है |यह सम्रध्य और गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है |अलवर में घूमने की जगह बहुत खूबसूरत हैं | यहाँ की अद्भुत
वास्तुकला और निर्माण शैली लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है | अरावली पर्वत माला से घिरा यह शहर अपनी
प्राचीन कला और सांस्क्रति को संजोए हुए है |यह शहर अपने सूरवीरों की गाथाएँ
सुनाता है |यहाँ के किले और हवेलियाँ वीर योद्धाओं की दिलचस्प कहानी बयान करती हैं
|जिन्हें देख कर लोगों के दिलों में रोमांच सा भर जाता है | अलवर के प्रमुख आकर्षण
यहाँ के किले ,महल ,झील और धार्मिक स्थल हैं |
इस लेख में अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के
बारे में बताया जा रहा है |
CONTANT LIST
1. अलवर का इतिहास History Of Alwar
2. अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थल Best Tourist Places of Alwar in Hindi
2.1 बाला किला अलवर – Bala Fort Alwar in Hindi
2.2 भानगढ़ किला- Bhangarh Fort Alwar in Hindi
2.3 सिलीसेढ़ झील- Siliserh Lake Alwar in Hindi
2.4 सरिस्का वन्यजीव अभ्यारण – Sariska Wildlife Sanctury Alwar in Hindi
2.5 सरिस्का पैलेस – Sariska Palace in Hindi
2.6 केसरोली- Kesroli Alwar in Hindi
2.7 सिटी पैलेस – City Palace Alwar in Hindi
2.8 नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple Alwar in Hindi
2.9 मोती डूंगरी – Moti Dungri Alwar in Hindi
2.10 विजय मंदिर महल – Vijay Mandir Palace Alwar in Hindi
2.11 मूसी महारानी छतरी – Moosi Mharani Ki Chhatri Alwar in Hindi
1. अलवर का इतिहास History Of Alwar
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Alwar |
इसका इतिहास महाभारत काल का बताया जाता है |यहां
पर रजा विराट के पिता वेणु ने मत्स्यपुरी नामक नगर बसाया था |सरिस्का में पांडवों
ने अज्ञातवास के दौरान यहाँ निवास किया था |इस क्षेत्र पर राजपूत वंश से लेकर
चौहान ,क्षत्री राजवंशों ने शासन किया |चौहान वंश के बाद यहाँ खानजादे ,मुग़ल ,जाट ,मराठा
का अधिकार रहा | शोध से यह पता चलता है की आमेर के राजा काकिलदेव के पुत्र अलघराज
ने 1049 में अपने नाम पर अलघपुर राज्य बसाया जो बाद में अलवर कहलाने लगा |सन 1205
में कुतुबुद्दीन ऐबक चौहानों से यह देश छीन कर दुबारा राजपूतों को दे दिया |1775
ईसवी को मोहब्बत सिंह के पुत्र प्रताप सिंह ने आधुनिक अलवर राज्य की नीव रखी|
और देखें : Kumbhalgarh Fort|इस किले में है भारत की सबसे लम्बी दीवार|जानिए इतिहास और वास्तुकला
2. अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थल Best Tourist
Places of Alwar in Hindi
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Alwar |
अलवर राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में
से एक है |यह अपने खोबसूरत महलों और किलों के कारण यह आने वाले पर्यटकों के लिए
प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना हुआ है |यहाँ हम आपको अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थलों
के बारे में बताने जा रहे हैं |
2.1 बाला किला अलवर – Bala Fort Alwar in Hindi
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Bala Fort Alwar |
अलवर का बाला किला यहाँ का प्रमुख पर्यटन
स्थल है |यह सैलानियों की घूमने की सबसे पसंदीदा स्थल है|यह अलवर का सबसे पुराना किला है |यह किला 300 मीटर ऊंची पहाड़ी पर बनाया गया है ,कहा
जाता है की यह किला बाबर के समय से भी पहले बनाया गया था | इस किले का निर्माण
किसने किया इसके बारे में सटीक जानकारी नहीं है |कुछ के अनुसार इसका निर्माण15 वीं
शताब्दी में निकुम्भ राजपूत द्वारा और कुछ के अनुसार हसन खान मेवाती द्वारा
निर्मित मानते हैं |बाला किला 1545 से 1755 तक मुग़लों के अधीन रहा |इस के बाद
सूरजमल जाट ने इस किले पर अधिकार कर लिया |इस किले के 6 द्वार बनाए गए हैं,जिनके
नाम इस प्रकार हैं,सूरज पोल,चाँद पोल ,कृष्ण पल ,लक्ष्मण पोल ,जय पोल और अँधेरी
पोल हैं |
2.2 भानगढ़ किला- Bhangarh Fort Alwar in Hindi
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Bhangarh Fort Alwar |
भानगढ़ किला अलवर का एक और प्रसिध्य दर्शनीय स्थल है |यह किला अलवर में सरिस्का टाइगर रिज़र्व के पास अरावली पहाड़ियों के तल पर स्थित है | इस किले का निर्माण 17 वीं शताब्दी में मान सिंह प्रथम कुशवाहा ने अपने छोटे भाई माधो सिंह कुशवाहा के लिए करवाया था |इस किले में खूबसूरत शिल्पकारी की गई है |इस किले में में प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं |इस किले में पांच द्वार बनाय गए हैं | यह एक शानदार किला है ,जो की बहुत बड़े आकार में बनाया गया है |यह किला भारत के सबसे डरावने किलों में गिना जाता है | अतीत में हुई कुछ अप्राकृतिक घटनाओं के कारण यह किला भूतिया किला कहलाता है |इस किले में रात के समय में लोंगों के जाने में रोक लगा दी गई है |
और देखें : Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
2.3 सिलीसेढ़ झील- Siliserh Lake Alwar in Hindi
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Siliserh Lake Alwar |
सिलीसेढ़ झील अलवर के खूबसूरत पर्यटन स्थलों
में से एक है |यह झील तीन ओर से अरावली पहाड़ियों से घिरी हुई है |यह एक प्राकृतिक
झील है ,जो अपनी सुन्दरता से पर्यटकों का मन मोह लेती है | यह झील 7 वर्ग
किलोमीटर के बड़े क्षेत्र में फैली है | इस झील के किनारे लेक पैलेस स्थित है ,जिसका
निर्माण सन 1844 ईसवी में महाराजा विनय सिंह ने अपनी रानी शीला के लिए करवाया था |इस
पैलेस को अब एक शानदार होटल में बदल दिया गया है |
2.4 सरिस्का वन्यजीव अभ्यारण – Sariska Wildlife
Sanctury Alwar in Hindi
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Sariska Wildlife Sanctury Alwar |
अलवर जिले में स्थित सरिस्का वन्यजीव अभ्यारण
भारत के प्रसिध्य राष्ट्रिय उद्धानो में से एक है |इसकी स्थापना 1955 में की गई थी
|यह उद्धान 866 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है |1978 में इसे बाघ परियोजना के तहत
बाघ रिज़र्व का दर्जा दिया गया | सरिस्का
वन्यजीव अभ्यारण में बाघ ,चीता ,तेंदुआ ,जंगली बिल्ली ,धारीदार बिज्जू ,सियार ,चीतल
,साभर ,नीलगाय ,चिकारा ,चार सींग शामिल म्रग,पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ और सरिस्रप
आदि वन्य जीव देखने को मिलते हैं |वन्य जीव और प्राकृतिक प्रेमियों के लिए यह
अभ्यारण किसी स्वर्ग से कम नहीं है |
और देखें : जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
2.5 सरिस्का पैलेस – Sariska Palace Alwar in Hindi
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Sariska Palace Alwar |
सरिस्का पैलेस अलवर का एक बहुत खूबसूरत और
देखने लायक स्थान है |इस महल का निर्माण 1892 में महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा
किया गया था |यह महल सरिस्का राष्ट्रिय उद्धान के पास होने के कारण इसकी सुन्दरता
और भी बढ़ जाती है |यह महल हरे भरे जंगलों के बीच 20 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है |इस
महल का निर्माण सवाई जय सिंह ने अपने और आने वाले महमानों के लिए शिकार गाह के रूप
में करवाया था |इस महल की भव्यता देखने लायक है |इस महल की सुन्दरता और वातावरण
पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है |अब इस पैलेस को पर्यटकों के लिए पांच सितारा
होटल में बदल दिया गया है |यह राजस्थान के सबसे लोकप्रिय धरोहर में से एक है |
2.6 केसरोली- Kesroli Alwar in Hindi
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Kesroli Alwar |
अलवर में स्थित केसरोली एक पहाड़ी किला है ,जिसका
निर्माण 14 वीं शताब्दी में किया गया था |पहाड़ी पर होने के कारण यह एक शानदार
नज़ारे को पेश करता है |यह किला मज़बूत दीवारों से घिरा ग्रेनाईट से बना है |इस किले
की सुन्दरता और वास्तुकला लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है |इस किले को एक सुन्दर
हैरिटेज होटल में बदल दिया गया है |जो लोग अपनी छुट्टियाँ बिताने ज्यादा दूर नहीं
जा पाते ,उन लोंगों के लिए यह एक शानदार डेस्टिनेशन है |इस महल में 100 से अधिक
लोग रह सकते हैं |
2.7 सिटी पैलेस – City Palace Alwar in Hindi
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City Palace Alwar |
सिटी पैलेस अलवर का एक बहुत ही खूबसूरत देखने
लायक स्थल है |यह किला बाला किले के ठीक नीचे अरावली पहाड़ी की तलहटी पर बनाया गया
है |इस महल का निर्माण महाराजा विनय सिंह ने 1815 में करवाया था |इस महल को विनय
विलास महल भी कहा जाता है |यह किला मुग़ल और राजपूत वास्तुकला का बेजोड़ मिश्रण है |इस
महल को ऐतिहासिक संग्रहालय में बदल दिया गया है |इस संग्रहालय में अनेक राजाओं की
तस्वीरें ,फर्नीचर ,हथियार और भी वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है |यह एक मात्र
स्थान है जहाँ मुग़ल और राजपूत राजाओं की सम्रद्धि की झलक मिल सकती है |
2.8 नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev
Temple Alwar in Hindi
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Neelkanth Mahadev Temple Alwar |
नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर जिले के राजगढ़
तहसील में स्थित एक आकर्षक स्थल है |यह मंदिर हिन्दू देवता शिव को समर्पित है |यह
मंदिर महाराजाधिराज मथन्देव द्वारा 10 वीं शताब्दी में बनाया गया था |यह मंदिर अब
अपनी जीर्ण शीर्ण अवस्था में है |इस मंदिर का कुछ हिस्सा धराशायी हो गया है ,लेकिन
बीच का हिस्सा अभी भी सही अवस्था में है |इस मंदिर चारों ओर पत्थर में कलात्मक
तरीके से मूर्तियाँ बनाई गयीं हैं |यह एक धार्मिक स्थल है ,जिसे देखने के लिए पर्यटकों
का ताँता लगा होता है |
और देखें :लोहागढ़ फोर्ट भारत का एक मात्र अजेय दुर्ग। Lohagarh Fort Bharat ka ek Matr Ajay Durg
2.9 मोती डूंगरी – Moti Dungri Alwar in Hindi
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Moti Dungri Alwar |
मोती डूंगरी अलवर में स्थित एक अनोखा पर्यटन
स्थल है |यहाँ स्थित शाही महल का निर्माण महाराजा मंगल सिंह द्वारा 1882 में किया
गया था |यह महल शाही परिवार का निवास स्थान हुआ करता था |वर्ष 1928 तक यहाँ शाही
परिवार ने निवास किया एवं इसके बाद महाराजा जय सिंह ने इस पुराने महल को तुड़वाकर
इसकी जगह एक और शानदार महल का निर्माण कराया |यहाँ एक खूबसूरत पार्क भी है |यहाँ
एक अनोखा पवित्र मंदिर भी है ,जहाँ हिन्दू और मुस्लिम एक साथ प्रार्थना करते हैं |यहाँ
हनुमान मंदिर और सैय्यद दरबार एक ही परिसर में स्थित हैं |
2.10 विजय मंदिर महल – Vijay Mandir Palace Alwar in Hindi
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Vijay Mandir Palace Alwar |
विजय मंदिर महल अलवर का ख़ास आकर्षण स्थल है |इसका
निर्माण 1918 में महाराजा जयसिंह द्वारा किया
गया था | यह महाराजा जय सिंह का आवासीय महल था |यह महल झील के किनारे स्थित
होने के कारण इसे झील महल भी कहा जाता है |इसका ढांचा एवं वास्तुकला दुसरे महलों
से बिलकुल अलग है |इस महल में 105 क्क़मरे हैं ,जिन्हें खूबसूरत तरीके से बनाया गया
है |इस महल के परिसर में एक खूबसूरत सीता राम मंदिर भी है |
और देखें : ओरछा क्यों फेमस है? Orchha Kyu Famous Hai?
2.11 मूसी महारानी छतरी – Moosi Mharani Ki
Chhatri Alwar in Hindi
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Moosi Mharani Ki Chhatri Alwar |
मूसी महारानी छतरी अलवर में स्थित एक खूबसूरत
स्मारक है |इसका निर्माण विमय सिंह द्वारा अलवर के शासक महाराजा बख्तावर सिंह और
उनकी रानी मूसी की याद में बनाया गया था |मूसी महारानी ने अपने पति की चिता पर सती
कर लिया था |इस स्थान पर महाराजा बख्तावर सिंह और रानी मूसी की शाही समाधि स्थित
है |यह स्मारक लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनाया गया है |
3. अलवर जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To
Visit Alwar in Hindi
यदि आप अलवर के पर्यटन स्थल घूमने जाने का
प्लान बना रहे हैं तो ,आपको बता दें की गर्मियों के दिनों में यहाँ का तापमान बहुत
अधिक होता है |इस लिए गर्मियों में इस शहर की यात्रा करने से बचें |अलवर की यात्रा
करने क सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है |यह मौसम यात्रा करने के लिए
अनुकूल मन जाता है|
4. अलवर कैसे पहुंचें – How To Reach Alwar in
Hindi
अलवर शहर भारत के बड़े शहरों से रोड मार्ग ,रेल
मार्ग और हवाई मार्ग के द्वारा आसानी से जुड़ा हुआ है |आप इनमें से कोई भी साधन से
अलवर पहुँच सकते हैं |
4.1 हवाई मार्ग से अलवर कैसे पहुंचे - How
To Reach Alwar By Air in Hindi
अलवर पहुँचने के लिए कोई भी सीधी फ्लाइट
उपलब्ध नहीं है |अलवर का निकटतम हवाई अड्डा जयपुर है ,जो अलवर से 165 कलोमीटर की
दूरी पर है |यहाँ से आप टेक्सी ,कैब या बस ज़रिये अलवर पहुँच सकते हैं |
4.2 सड़क मार्ग से अलवर कैसे पहुंचे - How
To Reach Alwar By Road in
Hindi
सड़क मार्ग से अलवर पहुँचने के लिए राज्य के बड़े
शहरों से नियमित बस सेवायें उपलब्ध हैं |आप रात या दिन में किसी भी समय बस के
द्वारा अलवर पहुँच सकते हैं |जयपुर या जोधपुर आदि स्थानों से आप कैब या टेक्सी से
भी अलवर पहुँच सकते हैं |
4.3 ट्रेन से अलवर कैसे पहुंचे - How
To Reach Alwar By Train in
Hindi
अलवर जंक्शन,अलवर शहर का रेलवे स्टेशन है |अलवर
पहुँचने के लिए भारत के सभी बड़े शहरों से नियमित रूप से ट्रेन संचालित हैं |आप
ट्रेन के माध्यम से आसानी से अलवर पहुँच सकते हैं |
FAQ
Q.1. अलवर किसके लिए प्रसिध्द है?
Ans. अलवर अपने रॉयल प्लैसों ,भव्य किलों ,झीलों
और वन्य जीव अभ्यारण के लिए जाना जाता है | यह अपनी ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए हुए
है |
Q.2. अलवर को पहले किन नामों से जाना जाता
था?
Ans. अलवर के प्राचीन नाम मत्स्य्नगर ,अर्वलपुर,शालवापुर,हलवार
आदि नाम हैं |
Q.3. अलवर की राजधानी क्या थी ?
Ans. अलवर रियासत भारत में राजपूत राजवंश
द्वारा शासित एक रियासत थी |जिसकी राजधानी अलवर नगर थी |
आपको अलवर के बारे में यह जानकारी कैसे लगी ,हमें
कमेंट करके बताइए |इसी तरह की जानकारी देखने के लिए फेसबोक ,instagraam पर फालो
करें |
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