बुधवार, 17 जनवरी 2024

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी है अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Hai Adhik Khubsurat

    भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी है अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
 

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Lakshadweep
 
           अगर आप घूमने के लिए ऐसी जगह की योजना बना रहे हैं, जहाँ खूबसूरत समुद्री बीच, द्वीप और खूबसूरत जंगल, पहाड़ हों तो हम आपको भारत में स्थित एक ऐसे ही स्थान के बारे में बताने वाले हैं, जहाँ आपको इन सभी चीज़ों का दिल कश नज़ारा देखने को मिलेगा। 
         लक्षद्वीप भारत का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह भारत का एक खूबसूरत केंद्र शासित प्रदेश हैं। लक्षद्वीप भारत के अरब सागर में स्थित मुख्य भूमि (भारत के पश्चिमी तट) से लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर हैं। लक्षद्वीप भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश है। यह भारत का सबसे खूबसूरत होने पर्यटन स्थल है,जोकि देशी और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर यहाँ आकर्षित करता है। लक्षद्वीप छोटे छोटे कई द्वीपों से मिल कर बना है। लक्षद्वीप में 36 द्वीप (आयलैंड) हैं, परन्तु 10 पर ही जनजीवन बहाल है। इनमे से 6 द्वीपों पर देशी पर्यटकों को जाने की अनुमति हैं, जबकि 2 द्वीपों (बंगाराम और अगाती) पर विदेशी पर्यटकों को आने की अनुमति दी गई हैं।

1. लक्षद्वीप का इतिहास क्या है  What is The History of Lakshadweep in Hindi



भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Lakshadweep

          लक्षद्वीप का इतिहास बहुत प्राचीन है। कहा जाता है कि 1500 ईसा पूर्व यहाँ मानव बसती हुआ करतीं थीं। मध्युगीन में यहाँ चोल राजवंश और कैनानोर राजवंश का शासन था। 1498 के आस पास यहाँ कैथोलिक पुर्तगाली यहाँ पहुंचे, लेकिन 1545 तक उन्हें यहाँ से जाना पड़ा। उस समय इस क्षेत्र में अरक्कल का एक मुस्लिम घराना शासन किया करता था। उसके बाद टीपू सुल्तान का शासन था। 1799 में टीपू सुल्तान की मृत्यु के बाद इसके अधिकांश क्षेत्र ब्रिटिशों के अधीन हो गया। ब्रिटिश के जाने के बाद 1956 केन्द्र शासित प्रदेश का गठन किया गया। कवरत्ती लक्षद्वीप की राजधानी है। 

2. लक्षद्वीप के खूबसूरत पर्यटन स्थल Beautiful Tourist Places of          Lakshadweep


2.1. मिनिकाॅय द्वीप लक्षद्वीप Minicoy Island in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Minicoy Island


          मिनिकाॅय द्वीप लक्षद्वीप का दक्षिणी सबसे बड़ा द्वीप है। यह कोच्चि से 398 किलोमीटर की दूरी पर है। यह लक्षद्वीप के 36 द्वीपों में से एक बहुत खूबसूरत द्वीप है। यहाँ एक बहुत पुराना लाइट हाउस है, जिसका निर्माण 1885 में किया गया था। इसके अलावा आप यहाँ खूबसूरत गाँव, ट्यूना केनिंग फेक्ट्री, बीच, घने नारियल के पेड़ और लम्बी सड़कें, यहाँ के खूबसूरत रेस्टोरेंट आदि हैं। मूंगे की चट्टानें, सफेद रेत खूबसूरत बीच यहाँ के प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं। आप यहाँ के बीच पर स्वीमिंग और बोटिंग आदि कर सकते हैं। 

 2.2. बंगाराम द्वीप लक्षद्वीप Bangaram Island in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Bangaram Island


            लक्षद्वीप का एक खूबसूरत द्वीप है, बंगाराम द्वीप। यह चारों ओर से समुद्र से घिरा हुआ है। यह बहुत खूबसूरत और शांत स्थान है। यह द्वीप टूरिज्म के लिए बहुत खास है। यह द्वीप केरल राज्य के कोच्चि से 470 किलोमीटर की दूरी पर है। एक समय में राजीव गाँधी भी बंगाराम द्वीप पर 10 दिनों तक छुट्टियां बिताए थे। 
         बंगाराम द्वीप अपनी खूबसूरत नज़ारों के लिए जाना जाता है। यह टूरिस्ट प्लेस विदेशी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहाँ का क्रिस्टल क्लीन वाटर, चांदी सी चमक ती सफेद रेत, चारो ओर फैला समुद्र, नारियल और ताड़ के वृक्ष इस द्वीप की सुन्दरता में चार चांद लगा देते हैं। 

2.3 अगत्ती द्वीप लक्षद्वीप Agatti Island Lakshdweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Agatti Island 


           लक्षद्वीप के सुन्दर द्वीपों में से एक अगत्ती द्वीप है। यह द्वीप अपनी खूबसूरत मूंगा चट्टानों के लिए भी जाना जाता है। इस द्वीप को लक्षद्वीप का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। यह द्वीप कोच्चि से 459 किलोमीटर की दूरी पर है। इस द्वीप की लम्बाई 8 किलोमीटर है। यहाँ रंगीन मछलियाँ पाई जाती हैं। साफ पानी, चमकती सफेद रेत, हरियाली सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करतीं हैं। आप यहाँ वाटर स्पोर्ट्स का भी मज़ा ले सकते हैं। 

2.4 कावारत्ती द्वीप लक्षद्वीप Kavaratti Island in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Kavaratti Island

           कावारत्ती द्वीप केन्द्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप की राजधानी है। यह द्वीप खूबसूरत द्वीपों में से एक है। यह लक्षद्वीप का सबसे विकसित द्वीप है। इसे स्मार्ट सिटी के लिए भी चुना गया है। यह अपने सफेद रेत वाले तटों और शांत लैगून के लिए जाना जाता है। जो इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाता है। 

         कोच्चि से इसकी दूरी 404 किलोमीटर है। पर्यटक यहां कायाकिंग, विंडसफरिंग, केनोइंग, स्कूबा डाइविंग, तैराकी जैसे गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। इस द्वीप पर मस्जिदों की अधिकतम संख्या है। इन मस्जिदों में लकड़ी की नक्काशी बहुत खूबसूरती से की गई है। यहाँ आपको मछली की कई प्रजातियां देखने को मिलेंगी। इस द्वीप पर देसी और विदेशी पर्यटक अधिक संख्या में पहुंचते हैं। 

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2.5 कलपेनी द्वीप लक्षद्वीप Kalpeni Island in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Kalpeni Island


         कलपेनी द्वीप लक्षद्वीप का खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ की हरयाली और खूबसूरत लेगून पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। चेरियम, पिट्टी और तिलक्कम तीन द्वीपों से मिलकर कलपेनी द्वीप बना है। इस द्वीप पर रीफ वाकिंग, स्कूबा डाइविंग, कायाकिंग, स्नोर्कलिंग, केनोइंग और बोटिंग आदि का आप मज़ा ले सकते हैं। 

2.6 कदमत द्वीप लक्षद्वीप Kadmat Island in Lakshadweep in Hindi


भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Kadmat Island

           लक्षद्वीप का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल कदमत द्वीप है। इसे इलायची द्वीप भी कहा जाता है। यह अपने उथले पानी के किनारे और खूबसूरत लेगून के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ बीच की सफेद चमकती रेत और नारियल के पेड़ों की हरियाली इस द्वीप की सुन्दरता को और बढ़ा देती है। पर्यटक यहां शीशे की तली वाली नाव में बैठ कर समुद्री जीवों को देख सकते हैं। और इसके अलावा पानी में की जाने वाली गतिविधियों का आनंद उठा सकते हैं। जैसे पैराग्लाइडिंग, स्कूबा डाइविंग ,कायाकिंग ,स्नोर्कलिंग आदि। 

2.7 लक्षद्वीप का मरीन संग्रहालय Marine Musuem in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Marine Musuem

         कावारत्ती में स्थित यह संग्रहालय समुद्र की जैव विविधता को दर्शाता है। इस संग्रहालय में अनेक प्रकार की मछलियों के साथ साथ कुछ विलुप्त प्रजाति की मछलियाँ भी देखने को मिलेंगी। इसके अलावा समुद्र से जुड़ी कलाकृतियां और समुद्र में स्थित कई प्रकार के जीवों का संग्रह इस संग्रहालय में देखने को मिलता है। 

2.8 अमिन्दिवी द्वीप समूह लक्षद्वीप Amindivi Island in Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Amindivi Island

          अमिन्दिवी द्वीप लक्षद्वीप का एक आकर्षक पर्यटन स्थल है, जो प्राकृतिक प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। खूबसूरत नीला समुद्र, सफेद रेत, और पेड़ों की हरियाली इस की सुन्दरता को बढ़ा देती है। इसके अलावा यहां अनेक प्रकार की गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है। कुछ सरकारी नियमों के कारण विदेशी पर्यटकों का इस द्वीप पर आना मना है। 

2.9 अंद्रेटी द्वीप लक्षद्वीप Andretti Island in Lakshdweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Andretti Island


          अंद्रेटी द्वीप लक्षद्वीप का आकर्षण स्थल है। यह एंड्रोट द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। यह लक्षद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप है। यहाँ की सुन्दरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का नज़ारा काफी दिलकश होता है। यहाँ आक्टोपस के साथ साथ कई समुद्री जीवों को देखा जा सकता है। अंद्रेटी द्वीप बौद्ध पुरातात्विक अवशेषों के साथ संत हज़रत उबैदुल्लाह के मकबरे के लिए भी जाना जाता है। 


3. लक्षद्वीप पर पर्यटक क्या क्या कर सकते हैं? What Can Tourists Do in            Lakshadweep

3.1 लक्षद्वीप में स्कूबा डाइविंग Scuba Diving in  Lakshadweep in Hindi

भारत का यह द्वीप मालदीव और थाईलैंड से भी अधिक खूबसूरत। Bharat ka Yeh Island Maldive Or Thailand Se Bhi Adhik Khubsurat
Scuba Diving


            ऐडवेन्चर पसंद लोगों के लिए लक्षद्वीप बहुत अच्छी जगह है। यहाँ पर्यटक स्कूबा डाइविंग का आनंद ले सकते हैं। समुद्र के अन्दर जाकर मूंगे की चट्टानों और समुद्री जीवों को पास से देखना बहुत ही रोमांचक लगता है। अगर आप लक्षद्वीप की यात्रा पर हैं, तो स्कूबा डाइविंग का आनंद लेना न भूलें। लक्षद्वीप में आगत्ती, कदमत और बंगाराम तीन ऐसे द्वीप हैं, जो स्कूबा डाइविंग के लिए आदर्श माने जाते हैं। इन द्वीपों पर स्कूबा डाइविंग करने के लिए 2000 रुपये प्रति डाइविंग के शुल्क देना पड़ता है। 

3.2 लक्षद्वीप में याट क्रूज़  Yacht Cruise in Lakshadweep in Hindi

Yacht Cruise


       लक्षद्वीप में आप याट क्रूज़ का आनंद ले सकते हैं। नीले साफ पानी में नोका में बैठ कर समुद्री जीवों को देखने का आनंद ही कुछ और होता है। यह आपकी लक्षद्वीप की यात्रा को यादगार बना देता है। 

3.3 लक्षद्वीप में पैरासेलिंग Parasailing in Lakshadweep in Hindi

Parasailing


        लक्षद्वीप में पैरासेलिंग सबसे रोमांचकारी गतिविधियों में से एक है। पैरासेलिंग का आनंद लक्षद्वीप में कई स्थानों पर लिया जा सकता है। पैरासेलिंग में पर्यटक जेट नोकाओं के द्वारा हवा में उड़ने का अनुभव करते हैं। 

4. लक्षद्वीप के प्रमुख व्यंजन Main Dishes of Lakshadweep in              Hindi
Dishes of Lakshadweep

          लक्षद्वीप में नारियल एवं नारियल के दूध से बने स्वादिष्ट और क्रीमी डिशेज़ तैयार की जाती हैं। इसमें शामिल है, नारियल के दूध वाले चावल की खीर, नारियल के दूध वाली सब्ज़ी स्टू, नारियल के दूध वाली आइसक्रीम और नारियल का कस्टर्ड आदि। 

5. लक्षद्वीप कैसे पहुंचे How to Reach Lakshadweep

        लक्षद्वीप पहुंचने के लिए दो ही साधन हैं। समुद्री मार्ग और हवाई मार्ग। लक्षद्वीप जाने के लिए आपको केरल के कोच्चि शहर आना ही पड़ेगा। कोच्चि लक्षद्वीप का द्वार कहलाता है। 

5.1 हवाई मार्ग से लक्षद्वीप कैसे पहुंचे How to Reach Lakshadweep by Airplane



         केरल के शहर कोच्चि से लक्षद्वीप के लिए फ्लाइट उपलब्ध होती हैं। कोच्चि के अलावा कोई और शहर से फ्लाइट नहीं है। लक्षद्वीप का हवाई अड्डा आगत्ती द्वीप पर स्थित है। फ्लाइट के माध्यम से कोच्चि से आगत्ती द्वीप 1:30 घण्टे में पहुंचा जा सकता है। 


5.2 समुद्री मार्ग से लक्षद्वीप कैसे पहुंचे How to Reach Lakshadweep by Sea Route



           यदि आप समुद्री यात्रा कर लक्षद्वीप जाना चाहते हैं, तो हम बता दें की कोच्चि से कुछ यात्री जहाज़ लक्षद्वीप जाते हैं। इस यात्रा में जहाज़ को 14 से 18 घण्टे का समय लगता हैं, पर यात्रा का समय इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस द्वीप पर जा रहे हैं। इन जहाज़ों पर यात्रा की कई क्लास हैं, ऐसी फस्ट क्लास, सेकण्ड क्लास बैक बंक क्लास। इन जहाज़ों पर यात्रियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। 

मंगलवार, 2 जनवरी 2024

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah

         

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Udaipur

       उदयपुर राजस्थान राज्य का एक खूबसूरत शहर है। यह राजस्थान का प्रमुख पर्यटक स्थल है। उदयपुर अपने इतिहास, सांस्कृति, झीलों और खूबसूरत महलों के लिए प्रसिद्ध है।  उदयपुर में घूमने की जगह बहुत सुन्दर हैं,इसलिए इसे पूर्व का वेनिस भी कहा जाता है। अपनी झीलों के कारण इसे झीलों का शहर भी कहा जाता है। उदयपुर सिसोदिया राजवंश द्वारा शासित मेवाड़ की राजधानी रहा है। 

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Udaipur

         यह शहर अरावली पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है, यह पर्वत श्रृंखला इस शहर की खूबसूरती को और बढ़ा देती हैं। उदयपुर की स्थापना महाराणा उदयसिंह द्वारा की गई थी। राजवंश के अधीन कई शासकों द्वारा समय समय पर उदयपुर का निर्माण किया गया। इसका समृद्ध इतिहास कई राज्यों से उदयपुर को अलग बनाता है। यही कारण है कि पर्यटक उदयपुर की ओर खिचे चले आते हैं। 

1. उदयपुर का इतिहास History of Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Udaipur

         उदयपुर की स्थापना 1553 में अखातीज के दिन महाराणा उदयसिंह द्वारा कि गई थी। महाराणा उदयसिंह महाराणा प्रताप के पिता थे। चित्तौड़गढ़ दुर्ग से मैवाड़ का संचालन करते थे। बाद में उन्होंने उदयपुर को मैवाड़ की राजधानी बना लिया। उदयपुर का पहला महल मोती महल को माना जाता है। यह महल अब खंडहर हो चुका है।

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           चित्तौड़गढ़ उस समय मुग़लों के आक्रमण से घिरा हुआ था। चित्तौड़गढ़ को मुग़लों के आक्रमण से बचाने के लिए राजधानी को कहीं ओर सुरक्षित स्थान पर बनाऐ जाने का विचार महाराणा उदयसिंह के मन में आया।उन्होंने यह बात अपने सामन्तों और मंत्रियों के समक्ष रखी, जिसका सभी ने समर्थन किया। इसके लिए उनहोंने एक सुरक्षित स्थान की तलाश शुरू की। जिस स्थान पर मोती महल है, उस स्थान का चयन किया गया। इस प्रकार 1553 में उदयपुर का पहला महल मोती महल का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ। 

2. उदयपुर में घूमने की जगह Udaipur me Ghumne ki Jagah in Hindi

2.1. पिछोला झील उदयपुर Pichola Lake Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Pichola Lake Udaipur  

            पिछोला झील उदयपुर की कृत्रिम झील है। उदयपुर के पश्चिम में स्थित पिछोली गाँव के निकट इस झील का निर्माण 14 वीं शताब्दी के अन्त में राणा लखा के शासन काल में पीछू बंजारे ने कराया था। महाराणा उदयसिंह ने जब उदयपुर शहर की स्थापना की तब इस झील का विस्तार उनके द्वारा कराया गया था। इस झील में दो द्वीप हैं, जिन पर महल का निर्माण कराया गया है। 

          यह उदयपुर की सबसे बड़ी झील है। यह बहुत खूबसूरत झील है। शाम के समय में यह झील सुनहरे रंग में डूबी हुई देखाई देती है। इस झील में आप बोटिंग का भी मज़ा ले सकते हैं। यह झील अपने मनमोहक दृश्य और सुन्दरता से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। 

2.2. सिटी पैलेस उदयपुर City Palace Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
City Palace Udaipur

            उदयपुर में स्थित सिटी पैलेस का निर्माण 16 वीं शताब्दी में राजा उदयसिंह द्वितीय द्वारा किया गया। उसके बाद समय समय पर राजा उदयसिंह के वंशजों द्वारा इस महल का निर्माण किया गया। यह पिछोला झील के किनारे पर बनाया गया है। सिटी पैलेस साहित्य और वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। इसके द्वार, स्तम्भ, दीवारें, गलियारे और छतरियां इसकी अद्भुत कला का प्रतीक हैं। इस खूबसूरत महल को देखने के लिए पर्यटक इसकी ओर आकर्षित होते हैं। 

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2.3. बागोर की हवेली उदयपुर Bagore ki Haveli in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Bagore ki Haveli

              बागोर की हवेली पिछोला झील के पास स्थित एक बहुत ही खूबसूरत और शानदार हवेली है। इस हवेली का निर्माण 18 वीं शताब्दी में मेवाड़ के शाही दरबार में मुख्यमंत्री अमीर चंद बड़वा द्वारा किया गया था। इसके बाद बागोर के महाराणा शक्ति सिंह द्वारा 1878 में इस हवेली को अपना निवास स्थान बना दिया गया था। जिसकी वजह से इसका नाम बागोर की हवेली रख दिया गया। 

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Bagore ki Haveli

         इस हवेली के निर्माण में अद्भुत कला और शैली का प्रयोग किया गया है। इस हवेली के कुछ भाग को संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है। जिस में वहाँ के शासकों के द्वारा उपयोग की जाने वाली एवं कलात्मक वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। इस हवेली में 100 कमरे हैं। जब भी आप उदयपुर घूमने जाऐं बागोर की हवेली जाना न भूलें। 

2.4. सहेलियों की बाड़ी उदयपुर Saheliyon ki Bari Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Saheliyon ki Bari

            उदयपुर में स्थित सहेलियों की बाड़ी एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इसका निर्माण महाराणा संग्राम सिंह ने करवाया था। कहा जाता है कि उदयपुर की राजकुमारी को उनकी सेवा के लिए 48 महिलाओं एक समूह दिया गया था। उन महिलाओं के लिए इस उद्यान का निर्माण किया गया था। इस उद्यान में अनेक प्रकार के फूल, संगमरमर के मंडप और हाथी के आकार के फव्वारे हैं जो देखने में अभूतपूर्व लगते हैं।

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उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Saheliyon ki Bari

         यह उद्यान फतह सागर झील के निकट स्थित है। इसका निर्माण 1710 से 1734 महाराणा संग्राम सिंह ने करवाया था। इस खूबसूरत उद्यान में आप घूम सकते हैं और कुछ देर आराम भी कर सकते हैं। पर्यटकों के लिए यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। 

2.5. विंटेज कार संग्रहालय उदयपुर Vintage Car Museum in Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Vintage Car Museum 

             विंटेज कार संग्रहालय शाही परिवारों के द्वारा उपयोग की गईं उत्कृष्ट विंटेज कारों का संग्रह है। जो शाही परिवारों की विलासिता पूर्ण शैली को दर्शाता है। अगर आप में शाही जीवनशैली को समझने और अनुभव करने का शौक है, तो यह आपके लिए बहुत अच्छी जगह है। 

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Vintage Car Museum 

         विंटेज कार संग्रहालय 20 प्राचीन कारों का संग्रह है, जिसमें 4 क्लासिक रोल्स राॅयस, एक एमजी-टीसी कन्वर्टिबल, एक फोर्ड ए कन्वर्टिबल, एक 1936 वाॅक्सहाॅल, 12 मर्सिडीज के दुर्लभ माॅडल इसके अलावा और भी कुछ कारें शामिल हैं। कारों का यह संग्रह पूर्व मेवाड़ स्टेट मोटर गैरेज में रखा गया है। 15 फरवरी 2000 को ब्यूलियू के लाॅर्ड मोंटांगू द्वारा किया गया। 

2.6. लेक पैलेस उदयपुर Lake Palace Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Lake Palace

            उदयपुर के पिछोला झील एक टापू पर बना एक बहुत ही खूबसूरत महल है, जिसे लेक पैलेस कहा जाता है। इसका निर्माण महाराजा जगत सिंह ने करवाया था। इसलिए इसे जग निवास भी कहा जाता था। लेक पैलेस में ग्रीष्मकाल में शाही परिवार का निवास स्थान हुआ करता था। इसका निर्माण 1734 में किया गया था। लेक पैलेस सफेद पत्थरों से बनाया गया है। 1955 तक यह महाराणा परिवार के सदस्यों के लिए गर्मी के दौरान यह आरामगाह हुआ करता था। 1959 में इसे एक होटल में बदल दिया गया। 

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Lake Palace

          इसके अन्दर एक और महल है जिसे मयूर महल कहा जाता है। यह बहुत ही खास और खूबसूरत कमरों में से एक है। लेक पैलेस हर वह सुविधा उपलब्ध है जो एक 5 स्टार होटल में होती है। यहाँ आने वाले महमानों का स्वागत राजा महाराजाओं की तरह ही किया जाता है। लेक पैलेस होटल अपने उपभोक्ताओं को लाने और ले जाने के लिए स्पीड बोट की सुविधा प्रदान करता है। इसका आर्किटेक्चर बहुत ही खूबसूरत है, जिस कारण यह सैलानियों के मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 

2.7. फतेह सागर झील उदयपुर Fateh Sager Lake Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Fateh Sager Lake 

            फतेह सागर झील उदयपुर शहर की 4 खास झीलों में से एक है। यह मानव निर्मित झील है, जिसका पुनर्निर्माण महाराणा फतह सिंह ने किया था। यह उदयपुर की दूसरी सबसे बड़ी झील है। यह बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह झील अपनी सुन्दरता के लिए जाती है। यहाँ का शांत वातावरण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। 

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Fateh Sager Lake 

         इस झील पर तीन टापू स्थित हैं। इसके सबसे बड़े द्वीप पर एक पार्क बनाया गया है, जिसे नहरू पार्क के नाम से जाना जाता है। इन टापुओं को पर्यटकों के लिए काफी सुन्दर तरीके से बनाया गया है | इन टापुओं पर सार्वजनिक पार्क , रेस्टोरेंट एवं बच्चों के लिए चिड़िया घर बनाया गया है। जिसमें वाटर जेट फव्वारे भी लगाए गए हैं और उदयपुर सौर वैधशाला भी स्थित है।  आप अगर उदयपुर जाऐं तो इस झील पर जाना न भूलें।   

2.8. शिल्प ग्राम उदयपुर Shilpgram Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Shilpgram

               उदयपुर में अरावली पर्वतमालाओं के मध्य में बना पश्चिम क्षेत्र के ग्रामीण तथा आदिम सांस्कृति एवं जीवन शैली को दर्शाने वाला जीवंत संग्रहालय है। यह शिल्पग्राम 70 ऐकड़ भूमि पर बनाया गया है। इस शिल्पग्राम में गोवा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के पारम्परिक घरों को दिखाया गया है। यहाँ इन राज्यों के शास्त्री संगीत और नृत्य भी प्रदर्शित किए जाते हैं। यह शिल्पग्राम बहुत ही सुन्दर है। जिसे देखने के लिए पर्यटक यहां आते हैं।

2.9. मोती मगरी उदयपुर Moti Magri Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Moti Magri 

            मोती मगरी फतेह सागर झील के निकट एक पहाड़ी की चोटी पर बनाया गया है। यह महाराणा प्रताप और उनके घोड़े चेतक की स्मृति में एक स्मारक बनाया गया है। यह पहाड़ी पर बनी बहुत खूबसूरत जगह है। यदी आप महाराणा प्रताप से प्रभावित हैं और उनके बारे में जानने के इच्छुक हैं तो आप को मोती मगरी ज़रुर जाना चाहिए। 

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3. उदयपुर में घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है What is the Best Time to Visit in Udaipur in Hindi

उदयपुर में घूमने की जगह। Udaipur me ghumne ki jagah
Udaipur

           उदयपुर घूमना चाहते हैं तो आपको बता दें कि उदयपुर रेतीला इलाका है। यहाँ अत्याधिक गर्मी पड़ती है, इस कारण गर्मी का मौसम उदयपुर घूमने के लिए अनुकूल नहीं है। उदयपुर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस समय ठंड का मौसम होता है। इस मौसम में घूमने में कोई परेशानी नहीं आती। 

4. उदयपुर के प्रमुख व्यंजन Famous Street Food in Udaipur in Hindi



          उदयपुर अपने खूबसूरत और शाही महलों के लिए जाना जाता है। उसी प्रकार यहाँ के स्ट्रीट भी स्वादिष्ट और लाजवाब हैं। 

 4.1 उदयपुर की उबला अंडा भुर्जी Boiled Egg Bhurji in Udaipur in Hindi



             उदयपुर की अंडा भुर्जी बहुत ही फेमस है। खाने शौकीन लोगों को यहाँ की उबला अंडा भुर्जी बहुत पसंद आती है। अगर आप उदयपुर जाऐं तो इस अंडा भुर्जी का स्वाद लेना न भूलें। 

4.2 उदयपुर की कचौड़ी Kachori in Udaipur in Hindi



             कचौड़ी उदयपुर की ही नहीं पूरे राजस्थान की प्रमुख भोजन है। इन कचौड़ी में मसाला भर कर और डीप फ्राई करके चटनी के साथ परोसा जाता है। यहाँ कचौड़ी कई प्रकार की होती हैं, जैसे दाल, प्याज़, दही और आलू कचौड़ी आदि। 

4.3 उदयपुर की दाबेली Dabeli in Udaipur in Hindi



           उदयपुर में आप राजस्थानी फूड के साथ साथ मुम्बई के स्ट्रीट फूड का स्वाद ले सकते हैं। यहाँ की गलियों में आप मुम्बई के स्ट्रीट फूड वड़ा पाव से लेकर दाबेली तक सभी प्रकार के स्वादिष्ट फूड का आनंद ले सकते हैं। 

4.4 उदयपुर की मिनी मिर्ची वड़ा Mini Mirchi Bada in Udaipur in Hindi



          उदयपुर का सबसे प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड में से एक मिनी मिर्ची वड़ा है। जो 1967 से उदयपुर में बनाया जा रहा है। इस मज़ेदार और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड स्वाद लेने के लिए देसी और विदेशी पर्यटकों की लम्बी लाइन लगी होती है। इस मिर्ची वड़ा को बनाने का एक अनोखा तरीका है। इसे आलू ,मसाला और नीबू के रस से भरी तली हुई मिर्ची के साथ बनाया जाता है। 

4.5 उदयपुर की दाल बाटी चूरमा Daal Baati Churma in Udaipur in Hindi



        उदयपुर की दाल बाटी चूरमा स्थानीय लोगों का बहुत ही पसन्दीदा भोजन है। दाल बाटी चूरमा बहुत ही स्वादिष्ट तरीके से बनाई जाती है। यह उदयपुर का बहुत ही फेमस भोजन है। 

4.6 उदयपुर की कुल्हड़ काॅफी और हरी मिर्च चाय Kulhad Coffee & Hari Mirch Chai in Udaipur



        उदयपुर के मसालेदार स्वादिष्ट भोजन करने के बाद वहाँ की कुल्हड़ काॅफी और हरि मिर्च चाय का आनंद लेना न भूलें। उदयपुर में 16 प्रकार की चाय परोसी जाती है। अगर आपको चाय बहुत पसंद है तो आप हरि मिर्च चाय का आनंद ज़रूर लें। यह आपको बेहद पसंद आएगी। 

5. उदयपुर कैसे पहुंचे How to Reach in Udaipur

        उदयपुर शहर भारत के बड़े शहरों से हवाई मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। जिस के माध्यम से यात्री किसी भी शहर से आसानी से पहुंच सकते हैं। 

5.1 हवाई जहाज़ से उदयपुर कैसे पहुंचे How to Reach Udaipur by Airplane



         यदि आप उदयपुर हवाई जहाज़ से जाना चाहते हैं तो महाराणा प्रताप हवाई अड्डा उदयपुर का निकटतम हवाई अड्डा है। यह शहर से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।उदयपुर के लिए बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता आदि से जुड़ा हुआ है। जहाँ से आप को उदयपुर के लिए आसानी से फ्लाइट मिल जाऐगी। यहाँ पहुंचने के बाद आप कैब या टैक्सी के माध्यम से उदयपुर पहुंचा जा सकता है। 

5.2 सड़क मार्ग से उदयपुर कैसे पहुंचे How to Reach Udaipur by Road



           उदयपुर की सड़क मार्ग से यात्रा करना काफी रोमांचक होता है। यह शहर सड़क मार्ग द्वारा बड़े शहरों दिल्ली, आगरा, जयपुर, मुम्बई से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप अपनी सुविधा अनुसार डीलक्स कोच, ऐसी कोच, या राज्य शासन द्वारा संचालित बसों के माध्यम से उदयपुर पहुँच सकते हैं। 

5.3 रेल मार्ग से उदयपुर कैसे पहुंचे   How to Reach Udaipur by Train



           उदयपुर राजस्थान का प्रमुख शहर है। जो रेल मार्ग से बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुम्बई, कोटा, जयपुर, आगरा आदि शहरों से ट्रेन उपलब्ध हैं। रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप यहाँ से कैब या टैक्सी के द्वारा शहर की प्रमुख स्थान पर पहुँच सकते हैं।