शनिवार, 23 मार्च 2024

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला

 

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Asirgarh Fort

                      असीरगढ़ फोर्ट मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले स्थित भारत का एक रहस्यमय किला है | इस किले की शैली और स्थापत्य कला लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है | इस किले में पूरातत्व विभाग को कुछ रहस्यमय चीजों का पता चला है | यह रहस्यमय किला बुरहानपुर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर सतपुरा पहाड़ी पर स्थित है | असीरगढ़ किला समुद्र तल से 250 फुट की ऊंचाई पर स्थित है | इस किले की गिनती उन किलों में की जाती है ,जो अजेय माने जाते थे | यह किला ऊंचाई पर होने के कारण इसे जीत पाना मुश्किल होता था |यह किला एतिहासिक द्रष्टि से बहुत महत्त्व रखता था | इस किले को “दक्खन की कुंजी” कहा जाता था | क्युकी इस किले पर विजय प्राप्त होने के पश्चात् दक्षिण का द्वार खुल जाता था ,और विजेता का सम्पूर्ण खानदेश क्षेत्र पर अधिपत्य स्थापित हो जाता था |

1. असीरगढ़ का इतिहास  History of

 Asirgarh Fort:

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Asirgarh Fort


                 कुछ इतिहासकार इस किले को रामायण काल का बताते हैं| इसका निर्माण यादव वंश के क्षत्रीय राजा आशा अहीर ने करवाया था | इस किले का निर्माण 15 वीं शताब्दी में कराया गया था| यह किला ईंट , मिट्टी ,चूना और पत्थरों की ऊंची दीवारों से बनाया गया है | इस तरह आशा अहीर के द्वारा बनाए गए इस किले का नाम असीरगढ़ हो गया | कुछ समय के बाद असीरगढ़ की प्रसिद्धि दूर दूर तक फ़ैल गई | फिरोजशाह तुगलक के एक सिपाही मलिक खां के पुत्र नासिर खां को असीरगढ़ की प्रसिद्धि ने प्रभावित किया | वह बुरहानपुर आया और आशा अहीर से भेंट कर उससे किले में रहने की अनुमति हासिल कर ली | एक दिन मौका पाकर उसने आशा अहीर और उसके परिवार की हत्या करदी ,और किले पर कब्ज़ा कर लिया|

               इसके कुछ समय पश्चात् नासिर खां के वंशज मीरान बहादुर खां ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की और मुग़ल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया | जिससे नाराज होकर अकबर ने 1599 में असीरगढ़ किले की ओर कूच किया और शहर पर कब्ज़ा कर लिया | कुछ समय तक किले का घिराव करने के बाद 1601 में असीरगढ़ किले में अकबर को विजय प्राप्त हुई | इस प्रकार असीरगढ़ और बुरहानपुर पर मुग़लों का अधिपत्य स्थापित होने के बाद फारूकी वंश का पतन हो गया | अकबर के शासन के पश्चात् यह किला सन 1760 से सन 1899 तक मराठों के अधिकार में रहा | मराठों की अंग्रेजों से हार के पश्चात् इस किले पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया | सन 1904 से यहाँ अंग्रेजी सेना निवास करती थी | असीरगढ़ किला तीन भागों में विभाजित है | ऊपर का भाग असीरगढ़ ,मध्य भाग कमरगढ़, और निचला भाग मलयगढ़ कहलाता है |

2. असीरगढ़ किले की स्थापत्य कला  Architecture Of Asirgarh Fort

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Asirgarh Fort


             किले की वास्तुकला मुग़लों से प्रभावित है | इस किले में इस्लामी ,फारसी ,तुर्की और भारतीय शैलियों का मिश्रण देखने को मिलता है| जल आपूर्ती के लिए तीन मानव निर्मित तालाब हैं | इस किले के भीतर एक मंदिर है, जिसे गुप्तेश्वर महादेव मंदिर कहा जाता है | यह मंदिर हिन्दू देवता शिव को समर्पित है | इस किले के अंदर मीनारों वाली एक मस्जिद है ,जिसे असीर मस्जिद के नाम से जाना जाता है | यह मस्जिद अब खंडहर में बदल चुकी है | कुछ खंडहर यहाँ ब्रिटिश मूल के हैं ,और ब्रिटिश कब्रें भी हैं | यह किला अंग्रेजों के जाने के बाद वीरान पड़ा है |

3. क्या है, असीरगढ़ किले का रहस्य? What is The Secret of Asirgarh

 Fort

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Asirgarh Fort


            हाल ही में असीरगढ़ की खुदाई में पुरातत्व विभाग को कुछ रहस्यमय वस्तुओं का पता चला है | असीरगढ़ की खुदाई में एक किले का पता चला है ,कहा जा रहा है की यह किला रानी के लिय बनाया गया था | यह किला 20 फिट गहरा है ,तथा इसमें रहस्यमय तरीके से कमरे बने हैं | इस महल में स्वीमिंग पूल और जेल भी है | कहा जाता है की इस किले में स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में अश्वत्थामा अभी भी यहाँ पूजा करने आता है |

4. असीरगढ़ किले के पास घुमने की जगहें  Places to Visit Near

 Asirgarh Fort

           असीरगढ़ किला एक इतेहसिक और महत्वपूर्ण किला है | यह दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार कहलाता था | ये अपनी शानदार वास्तुकला के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है | असीरगढ़ किले के आस पास और भी देखने लायक स्थल हैं ,जिन्हें आप अपनी असीरगढ़ की यात्रा में शामिल कर सकते हैं |

  • जामा मस्जिद
     
Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Jama Masjid Burhanpur

बुरहानपुर में फारुकी शासन के दौरान निर्मित एक जमा मस्जिद है | इसका निर्माण 1421 में किया गया था | इस मस्जिद का नाम बीबी मस्जिद था |वर्तमान जमा मस्जिद का निर्माण कार्य 1590 में आदिल शाह द्वारा शुरू किया गया था ,और 1595 में पूरा किया गया था |यह इस्लामी वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है |
  • शाही किला
    
Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Shahi Qila Burhanpur

    बुरहानपुर में घुमने लायक जगहों में से एक शाही किला भी है | यह किला ताप्ति नदी के तट पर स्थित एक राजसी महल है | इसका निर्माण 1500 CE के आस पास फारुकी राजवंश के शासकों द्वारा किया गया था | यह एक सात मंजिला ईमारत है | इसकी छत प्रभावशाली ढंग से बनाई गई है | इस किले में दीवाने –ए-ख़ास और दीवाने-ए-आम भी हैं | यह किला एक भूलभुलैया की तरह बाया गया है |
  • अहुखाना
     
Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Ahukhana Burhanpur

  यह एक प्राचीन और एतिहासिक स्मारक है | यह एक भव्य और महत्वपूर्ण स्थल है | इसी स्थान पर बादशाह शाहजहाँ की पत्नी मुमताज़ महल को दफनाया गया था | बादमे उनके शरीर को आगरा ले जाया गया था | यह स्मारक 16 वीं शताब्दी में बनाया गया था | यह एक छोटा सा महल है | जिसके आस पास छः मील पर फैला बगीचा है |
  • काला  ताज

       

Asirgarh Fort | भारत का एक रहस्यमय किला | इतेहास और स्थापत्य कला
Black Taj Burhanpur

यह बुरहानपुर के प्रमुख स्थलों में से एक है | काला ताज उतालवी नदी के तट पर स्थित एक मकबरा है | यह मकबरा शाह नवाज़ खां का मकबरा है | इसका निर्माण स्थानीय लोंगों द्वारा 1622- 1623 ईस्वी में किया गया था | यह मकबरा ताज महल की तरह दिखाई देता है , पर आकार में छोटा है | इसका निर्माण काले पत्थरों से किया गया है | इस कारण इसे काला ताज कहा जाता है | ताज महल की तरह इसमें भी मीनारे और गुम्बद बनाए गए हैं |  

5. असीरगढ़ किला कैसे पहुचें  How to Reach Asirgarh Fort

       असीरगढ़ किला एक प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है | ये एतिहासिक किला अपनी अनूठी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है | असीरगढ़ किला सड़क मार्ग ,रेल मार्ग ,और हवाई मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है |

  • असीरगढ़ किला हवाई जहाज़ से कैसे पहुंचे  How to Reach Asirgarh Fort By Air

        


 असीरगढ़ किले से सबसे निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में स्थित देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा है | यह हवाई अड्डा असीरगढ़ किले से लगभग 169 किलोमीटर दूर है | यहाँ से आप बस , कैब के द्वारा असीरगढ़ किला पहुँच सकते हैं |

  • असीरगढ़ किला ट्रेन से कैसे पहुंचे  How to Reach Asirgarh Fort By Train

        


असीरगढ़ रेलवे स्टेशन किले से निकटतम रेलवे स्टेशन है | यह स्टेशन किले से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | आप स्टेशन पहुँचने के बाद यहाँ से टैक्सी या ऑटो से असीरगढ़ किला पहुँच सकते हैं| 

  • सड़क मार्ग से असीरगढ़ किला कैसे पहुंचे  How to Reach Asirgarh Fort By Road

       


 असीरगढ़ बुरहानपुर जिले में स्थित है | बुरहानपुर अन्य बड़े शहरों से राष्ट्रिय और राज्य राजमार्गों से जुड़ा हुआ है | आप इन बड़े शहरों से बस ,कार , टैक्सी या कैब से असीरगढ़ किला पहुँच सकते हैं|


FAQ

Q.1. असीरगढ़ किला क्यूँ प्रसिद्ध है|

Ans. असीरगढ़ किला अपनी ख़ास संरचना के लिए प्रसिद्ध है| यह एक रहस्यमय किला है ,जिसमे खुदाई             करने पर एक महल मिला .जो की 20 फिट गहरा है | इस महल में कई कमरे और जेल है |

Q.2. असीरगढ़ का युद्ध कब हुआ ?

Ans. अकबर ने 1599 में असीरगढ़ किले की ओर कूच किया और शहर पर कब्ज़ा कर लिया | कुछ समय           तक किले का घिराव करने के बाद 1601 में असीरगढ़ किले में अकबर को विजय प्राप्त हुई |

Q.3. असीरगढ़ का किला किसने और कब  बनाया था |

Ans. असीरगढ़ किले का निर्माण यादव वंश के क्षत्रीय राजा आशा अहीर ने 15 वी शताब्दी में करवाया था|

शनिवार, 9 मार्च 2024

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver

             

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला

               Junagarh Fort भारत के राजस्थान राज्य के शहर में स्थित एक बहुत ही भव्य और शानदार संरचना है। जूनागढ़ किला राजस्थान का ज़ेवर कहलाता है। यह राजस्थान के प्रमुख और सबसे खूबसूरत किलों में से एक है। इस किले की खास बात यह है कि यह पहाड़ पर नहीं बनाया गया है। 

         इस किले पर कई आक्रमण हुए लेकिन कोई जीत नहीं पाया। इस किले को मूलरूप से चिंतामणि और बीकानेर किले के नाम से जाना जाता था। 20वीं सदी की शुरुआत में इस किले का नाम बदलकर जूनागढ़ किला रखा गया था। बीकानेर शहर किले के आसपास ही बनाया गया है। इस किले की भव्यता और साहित्यिक शैली लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।  प्रति वर्हष ज़ारों पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं।


1. जूनागढ़ किले का इतिहास : History of  Junagarh Fort in Hindi

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला

              शहर की स्थापना से पहले यह इलाका थार रेगिस्तान का हिस्सा था। उस समय यह इलाका "जंगलदेश" के नाम से जाना जाता था। जंगलदेश के स्थान पर ही राव बीका ने 1472 में बीकानेर शहर की स्थापना की। शहर का नाम इन्ही के नाम पर रखा गया। राव बीका ने शहर के पास ही 1478 में एक पत्थर का किला बनवाया था। जिसे बीकानेर  किले का नाम से जाना जाता है। इस प्रकार बीकानेर शहर और किले का इतिहास राव बीका से शुरू हुआ। लगभग 100 वर्ष बाद बीकानेर शहर का नवीनीकरण बीकानेर शहर के छटे शासक राजा राय सिंह द्वारा किया गया। जिन्होंने 1571 से 1611 तक शासन किया। 

        

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला

         इन्होंने मुगल साम्राज्य की अधीनता स्वीकार कर ली। इन्हें गुजरात और बुरहानपुर की जागीरें उपहार में दी गईं। इन जागीरों से मिले बड़े पैमाने पर राजस्व से एक समतल भूमि पर जूनागढ़ किले का निर्माण किया गया। इस किले का निर्माण कार्य 1589 में शुरू हुआ और 1594 में पूरा हुआ। राजा राय सिंह जी कला एवं वास्तुकला के विशेषज्ञ थे। जूनागढ़ किले में उनके द्वारा बनाये गये स्मारकों को देखने से  पता चलता है। इस प्रकार बीकानेर किला एक मिश्रित संरचना और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।

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2. जूनागढ़ किले की वास्तुकला:  Architecture of Junagarh Fort        in Hindi

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला अन्दर का दृश्य


            जूनागढ़ किला राजस्थान के सबसे खूबसूरत किलों में से एक है। किले की वास्तुकला में कई शैलियों का मिश्रण देखने को मिलता है। यह किला राजपूत, मुगल और राजस्थानी शैली पर बनाया गया है। यह किला समतल भूमि पर बना उत्कृष्ट वास्तुकला का एक प्रतीक है। इस किले का हर एक कोना बड़ी खूबसूरती से सजाया गया है। इस किले पर शासन करने वाले शासकों ने समय-समय पर महलों का निर्माण किया।

             जूनागढ़ किला 1078 गज लंबाई वाली एक आयताकार संरचना है। यह किला 63119 वर्ग गज के क्षेत्र में फैला हुआ है। पहले इस किले की जगह पर एक पत्थर का किला बनाया गया था, जो अब असतित्व में नहीं रहा। किले की प्रमुख विशेषता लाल और सुनहरे रंग के बलुआ पत्थर से की गई पत्थर की नक्काशी है। महलों के आंतरिक भाग को पारंपरिक राजस्थानी शैली से सजाया और चित्रित किया गया है। 



जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला


            जूनागढ़ किले में बड़ी संख्या में कमरे हैं। क्योंकि प्रत्येक राजा अपने लिये एक अलग कक्ष का निर्माण करवाता था। किला परिसर में कई प्रकार की स्थापत्य शैली देखने को मिलती है। इस कारण इसे समग्र शैली का सच्चा चित्रण कहा जाता है। दुश्मनों के हमले का मुकाबला करने के लिए किला 13 बुर्जों और सात द्वारों के साथ सुरक्षित है।

               जूनागढ़ किले के अंदर बनी संरचनाएं महल और मंदिर हैं। जो लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनाए गए हैं। महलों को उनके विभिन्न आंगनों, बालकनियों, कियोस्क और खिड़कियों के साथ सुरम्य बनाया गया है। यह किला राजस्थान के इतिहास के महाराजाओं की भव्य जीवन शैली को दर्शाता है। 

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3. जूनागढ़ किला संग्रहालय : Junagarh Fort Museum in Hindi

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला संग्रहालय

               जूनागढ़ किले के अंदर एक  संग्रहालय स्थापित है, जिसे जूनागढ़ किला संग्रहालय कहा जाता है। यह संग्रहालय 1961 में डाॅ. करणी सिंह द्वारा स्थापित किया गया था। 

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला संग्रहालय

            इस संग्रहालय में संस्कृत और फ़ारसी पांडू लिपियां, चित्र, गहने, शाही पोशाक, फरमान (शाही आदेश), चांदी के बर्तन, युध्द ड्रम प्रदर्शित हैं। इसके अलावा यहां मध्ययुगीन हथियारों को भी प्रदर्शित किया गया है। 

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4. जूनागढ़ किले के अंदर स्थित दर्शनीय स्थल : Site Seeing Places Inside  Junagarh Fort in Hindi


          जूनागढ़ किले के अंदर कई खूबसूरत महल और मंदिर स्थित हैं, जिनमें अलग-अलग राजाओं ने अपने शासनकाल में बनवाए थे।


4.1 करण महल

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
करण महल


          इस महल का निर्माण राजा करण सिंह जी ने 1680 में मुगल सम्राट औरंगजेब पर अपनी जीत की खुशी पर किया था। इस महल में खूबसूरत बागीचे होने के कारण यह महल सबसे उत्कृष्ट महलों में से एक है। इसमें रंगीन कांच के खिड़कियां, पत्थर और लकड़ी के बांसुरीदार स्तंभों से निर्मित जटिल  बालकनियाँ हैं।

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4.2 फूल महल

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
फूल महल


       इतिहासकारों के अनुसार फूल महल जूनागढ़ किला का सबसे पुराना महल है। इस महल का निर्माण राजा राय सिंह जी ने करवाया था।


4.3 चन्द्र महल

चंद्र महल


           यह महल किले का सबसे नक्काशीदार , भव्य और सुंदर महल है। इस महल में सोने की परत चढ़ाई गई देवी देवता और कीमती पत्थरों से बनी पेंटिंग हैं। शाही शयनकक्ष में शीशे की नक्काशी की गई है।

 

4.4 अनूप महल

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
अनूप महल


             यह काफी भव्य और बहुमंज़िला महल है। इस महल का उपयोग राज्य के मुख्यालय के रूप में किया जाता था। इस महल का फर्श इतालवी टाइल्स द्वारा बनाया गया है। खिड़कियां जालीदार और खूबसूरत बालकनियां हैं। 

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
फर्श पर लगी टाइल


       छतों को अलंकृत लकडियों के साथ बनाया गया है। इस महल में सोने की पत्ती वाली पेंटिंग भी हैं। इस महल को सबसे भव्यतम वास्तुकला में से एक माना जाता है।


4.5 गंगा महल

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
गंगा महल


      इसका निर्माण राजा गंगा सिंह ने 20वीं सदी में कराया था। 1887 से 1943 तक 56 वर्ष तक शासन किया। गंगा महल को इस समय संग्रहालय में बदल दिया गया है।


4.6 बादल महल

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
महल में लगा झूला


         बादल महल का निर्माण, अनूप महल का विस्तार करके किया गया है। इसमें बीकानेर के महाराजाओं को सम्मान देते हुए तसवीरे हैं। इस महल की दीवारें बारिश के बादलों के बीच हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों को दर्शाती हैं।

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5. जूनागढ़ किले के द्वार : Junagarh Fort  Gate in Hindi

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला द्वार

           जूनागढ़ किले में प्रवेश के लिए 7 दरवाजे हैं। जिसमें करण पोल मुख्य प्रवेश द्वार है। करण पोल पूर्व की दिशा में होने के कारण इसे सूरज पोल भी कहा जाता है। द्वार के प्रवेश द्वार पर लाल पत्थर की महावत के साथ दो हाथियों की मूर्तियां प्राहरी की तरह खड़ी हैं। इसके अलावा अन्य द्वार दौलत पोल, चांद पोल और फतह पोल हैं। दौलत पोल पर उन महिलाओं के हाथों के 41 निशान हैं, जिनके पति युद्ध में मारे गए और उन्होंने अपने पति की चिता पर सती कर ली थी।


6. जूनागढ़ किला घूमने का सबसे अच्छा समय - Best Time to Visit Junagarh Fort Bikaner in Hindi

जूनागढ़ किला बीकानेर। राजस्थान का ज़ेवर। Junagarh Fort Bikaner । Rajasthan ka Zaiver
जूनागढ़ किला

         अगर आप जूनागढ़ किला घूमने का प्लान बना रहे हैं तो बता दें कि गर्मियों के दिनों में यहां तापमान अधिक होने का कारण घूमना उचित नहीं है। सर्दियों का मौसम यहाँ घूमने के लिए अच्छा माना जाता है। आप अक्टूबर से मार्च तक जूनागढ़ किला घूमने जा सकते हैं।

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7. जूनागढ़ किले में घूमने का समय: Junagarh Fort Timing

प्रातः 10:00 बजे से सायं 4:30 बजे तक

8. जूनागढ़ किले में प्रवेश शुल्क :  Junagarh Fort Entry Fee

भारतीयों के लिए: 50 रु.
विदेशियों के लिए: 300 रु.

9. जूनागढ़ किला कैसे पहुंचे: How to Reach Junagarh Fort in Hindi


         जूनागढ़ किले का आस-पास में फैला हुआ बीकानेर शहर भारत के सभी बड़े शहरों से रेल मार्ग और सड़क मार्ग से जुड़ा है। आप कोई भी साधन से बीकानेर शहर पहुंच सकते हैं।


10. जूनागढ़ किला हवाई जहाज से कैसे पहुंचे: How to Reach Junagarh          Fort By Plane in Hindi

             अगर आप जूनागढ़ किला हवाई जहाज से जाना चाहते हैं, तो बता दें कि यहां का सबसे हवाई अड्डा जोधपुर है। जो कि बीकानेर शहर से 256 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप फ्लाइट से जोधपुर शहर तक पहुंच सकते हैं। यहां से आप बस या टैक्सी के माध्यम से बीकानेर पहुंच सकते हैं। शहर से किले की दूरी 1.5 किलोमीटर है।


11. रोड मार्ग से जूनागढ़ किला कैसे पहुंचे: How to Reach Junagarh Fort By Road in Hindi

            बीकानेर शहर भारत के बड़े शहरों जैसे, उदयपुर, जोधपुर, दिल्ली, आगरा आदि शहरों तक सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। इन शहरों से आप बस या टैक्सी के माध्यम से यात्रा कर बीकानेर पहुँच सकते हैं।


12. रेल मार्ग से जूनागढ़ किला कैसे पहुंचे: How to Reach Junagarh Fort  By Train in Hindi

            यदि आप रेल मार्ग से जूनागढ़ किला जाना चाहते हैं तो, बीकानेर शहर दिल्ली, जोधपुर, जयपुर, आगरा आदि शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। आप आसानी से रेल मार्ग से जूनागढ़ किला पहुंच सकते हैं।


13. FAQs
Q. 1. बीकानेर शहर का निर्माण किसने और कब किया था? 
        
 Ans. बीकानेर शहर का निर्माण राव बीका द्वारा 1478 में किया गया था।

 Q. 2. जूनागढ़ किले का दूसरा नाम क्या है?

Ans. जूनागढ़ किले का दूसरा नाम चिंतामणि है।

Q. 3. जूनागढ़ किले की प्रसिद्ध चीज़ क्या है?

Ans. जूनागढ़ किला सबसे प्रसिद्ध किला है, जिसके अंदर
         चंद्र महल बना हुआ है, जो सबसे खूबसूरत महल है।